यमुनानगर: यमुनानगर जिले में जल जीवन मिशन के तहत पेयजल की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए वॉटर टेस्टिंग मोबाइल वैन गांव-गांव जाकर पानी की केमिकल जांच कर रही है। नगराधीश पीयूष गुप्ता को जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की जिला सलाहकार रजनी गोयल ने जल संचालन पुस्तिका भेंट की और अभियान की जानकारी दी।
रजनी गोयल ने बताया कि उपायुक्त पार्थ गुप्ता के मार्गदर्शन में 11 मार्च से शुरू हुई यह मोबाइल लैब अब तक कई ग्राम पंचायतों का दौरा कर चुकी है। वीरवार को वैन ने पंजेटों, मुंडाखेड़ा, मांड खेड़ी, मीरपुर, सलेमपुर बांगर और मामली छारों गांवों के ट्यूबवेल से जल सैंपल एकत्र किए और मौके पर ही उनकी जांच की गई।
जल गुणवत्ता जांच के मुख्य बिंदु
मोबाइल वैन द्वारा पानी की गुणवत्ता के 9 प्रमुख मानकों की जांच की जा रही है, जिसमें टीडीएस, पीएच, टर्बिडिटी, आयरन, हार्डनेस, फ्लोराइड, नाइट्रेट, सल्फेट और जिंक शामिल हैं। एक दिन में लगभग 7-8 गांवों के जल सैंपल की जांच की जाती है।
ग्रामीणों को किया जागरूक
इस दौरान ग्रामीणों को जल संरक्षण और शुद्ध जल की आवश्यकता के बारे में भी जागरूक किया गया। रजनी गोयल ने बताया कि शुद्ध पेयजल स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है और जल जीवन मिशन के तहत सरकार लोगों को साफ और सुरक्षित पानी उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जल गुणवत्ता को लेकर किसी भी समस्या के लिए विभागीय टोल-फ्री नंबर 1800 180 5678 पर संपर्क करने की जानकारी भी दी।
अगले दौरे की जानकारी
वॉटर टेस्टिंग मोबाइल वैन 21 मार्च को माधो हल्दरी, हल्दरी गुजरान, तेलीपुरा, जयरामपुर खालसा, खदरी, छोटा दमूपुरा और बड़ा दमूपुरा की ग्राम पंचायतों के ट्यूबवेल पर जाकर जल की केमिकल जांच करेगी। इस दौरान उज्जवल केमिस्ट, सेवानंद, ऑपरेटर दिलीप कुमार सहित कई ग्रामीण मौजूद रहेंगे।