नई दिल्ली : देशभर में तापमान तेजी से बढ़ रहा है, और फरवरी-मार्च में ही रिकॉर्ड तोड़ गर्मी दर्ज की जा रही है। ऐसे में अगर आप अभी से पंखे, कूलर और एसी का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आने वाले दिनों में मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। भारत के टॉप ग्रिड ऑपरेटर ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि इस साल मई और जून में बिजली की भारी कमी हो सकती है, जिससे बड़े पैमाने पर पावर कट का खतरा रहेगा।
नेशनल लोड डिस्पैच सेंटर (NLDC) की हाल ही में जारी रिपोर्ट के मुताबिक, मई-जून में देश में बिजली की मांग 15 से 20 गीगावाट (GW) तक पहुंच सकती है। मई में यह डिमांड सबसे अधिक रहने की संभावना है, और इसे पूरा कर पाना बेहद मुश्किल होगा। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि मई में औसत आपूर्ति नहीं हो पाने की लगभग एक-तिहाई संभावना है, जबकि जून में यह खतरा 20% तक रहेगा।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि मई से अगस्त 2025 के बीच खासतौर पर गैर-सौर घंटों (रात के समय) में बिजली की भारी किल्लत हो सकती है। आमतौर पर मई और जुलाई के बीच बिजली की मांग और आपूर्ति के बीच 15 गीगावाट से अधिक का अंतर देखा जाता है। ऐसे में अगर गर्मी का असर ज्यादा रहा, तो पावर कट की समस्या और गंभीर हो सकती है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, देश में बिजली की मांग लगातार बढ़ रही है, लेकिन आपूर्ति के साधन अभी भी उतने मजबूत नहीं हैं कि वे पीक सीजन में पूरी मांग को पूरा कर सकें। ऐसे में आने वाले महीनों में लोगों को बिजली संकट से जूझना पड़ सकता है।