शंभू बॉर्डर पर किसानों की हिरासत को लेकर केंद्र और पंजाब सरकार आमने-सामने

  


नई दिल्ली: केंद्र सरकार और पंजाब में किसानों के बीच बातचीत जारी रहने के बीच केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने भगवंत मान सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पंजाब के लोग मुख्यमंत्री को किसी भी गांव में घुसने नहीं देंगे। बिट्टू ने मान पर आरोप लगाया कि वह अरविंद केजरीवाल के इशारे पर काम कर रहे हैं और सत्ता में बने रहने के लिए किसानों को दांव पर लगा रहे हैं।  


बिट्टू का आरोप: "मान, केजरीवाल के इशारे पर नाच रहे हैं"  

बिट्टू ने तीखे शब्दों में कहा कि तू (मान) सिर्फ केजरीवाल दे इशारेया ते नचदा। आपने सत्ता में बने रहने के लिए पूरे पंजाब और किसानों को दांव पर लगा दिया। केजरीवाल का कुछ नहीं होगा, लेकिन पंजाब के लोग आपको किसी भी गांव में घुसने नहीं देंगे।  


उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और पीयूष गोयल इस बात से हैरान हैं कि किसानों के साथ सकारात्मक बातचीत के बावजूद उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।  


"केंद्र-किसानों के बीच समाधान नहीं चाहती AAP सरकार"  

बिट्टू ने पंजाब सरकार की कार्रवाई को शर्मनाक बताते हुए आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी (AAP) केंद्र और किसानों के बीच समाधान नहीं चाहती। उन्होंने कहा कि आपने लुधियाना पश्चिम उपचुनाव जीतने के लिए किसानों को हिरासत में लिया। किसानों ने आपको वोट दिया और अब आप ही उन पर कार्रवाई कर रहे हैं, मान साहब आपको शर्म आनी चाहिए।  


चन्नी और अकाली दल ने भी AAP सरकार को घेरा  

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी किसानों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि पंजाब दुखद समय से गुजर रहा है। वहीं, शिरोमणि अकाली दल (SAD) के पूर्व प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने भी AAP सरकार पर हमला बोला।  


किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन पुलिस ने कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया, जिनमें जगजीत सिंह दल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर भी शामिल हैं।  


राकेश टिकैत: "बातचीत भी और गिरफ्तारियां भी?"  

भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पंजाब सरकार की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार किसान संगठनों से बातचीत कर रही है और दूसरी तरफ उन्हें गिरफ्तार कर रही है।  


सरकार की दोहरी नीति पर सवाल  

इस पूरी स्थिति में पंजाब सरकार पर दोहरी नीति अपनाने के आरोप लग रहे हैं। एक तरफ बातचीत का दौर चल रहा है, वहीं दूसरी ओर किसानों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। अब देखना होगा कि इस पर केंद्र और पंजाब सरकार का अगला कदम क्या होगा।

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