विमल नेगी मौत मामला: परिजनों के आरोपों पर पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज

शिमला: हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPPCL) के चीफ इंजीनियर एवं महाप्रबंधक (जीएम) विमल नेगी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत से प्रदेश में सनसनी फैल गई है। परिजनों के गंभीर आरोपों के बाद पुलिस ने आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है। परिजन शिमला स्थित हिमाचल पावर कॉरपोरेशन मुख्यालय के बाहर शव के साथ धरने पर बैठे हैं, जहां देर शाम विपक्षी दल भाजपा के नेता भी शामिल हुए।

शिमला पुलिस ने विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी की शिकायत पर न्यू शिमला थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 108 और 3(5) के तहत मामला दर्ज किया है। परिजनों का आरोप है कि उच्च अधिकारी उनके पति को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे, जिससे उन्होंने आत्मघाती कदम उठाया।

नेगी का शव 18 मार्च को बिलासपुर जिले की गोविंद सागर झील में मिला। वह 10 मार्च से लापता थे। इस घटना के बाद कर्मचारियों और परिजनों में गहरा आक्रोश है।

राज्य सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिन्हें 15 दिनों के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।

इसके अलावा, निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने हिमाचल पावर कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक (एमडी) हरीकेश मीना और निदेशक (इलेक्ट्रिकल) देशराज को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। 2012 बैच के आईएएस अधिकारी राकेश प्रजापति को नया एमडी नियुक्त किया गया है, जबकि निदेशक (सिविल) सुरेंद्र कुमार को निदेशक (इलेक्ट्रिक) का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग तेज हो रही है।

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