हल्द्वानी: पैसे के लेन-देन में की गई थी भोगेंद्र की हत्या, तीन आरोपी गिरफ्तार

हत्या का मास्टरमाइंड निकला आरोपी बालम सिंह, लालच देकर जंगल में रची गई साजिश



हल्द्वानी: उत्तराखंड के हल्द्वानी में भोगेंद्र हत्याकांड की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद्र ने मंगलवार को इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। 11 जून को टांडा के जंगल से एक अज्ञात शव बरामद हुआ था, जिसकी पहचान यूपी के गढ़मुक्तेश्वर निवासी और वर्तमान में रुद्रपुर के कृष्णा ग्रींस कॉलोनी में रह रहे भोगेंद्र सिंह के रूप में की गई थी।

पैसों के विवाद से जुड़ा था पूरा मामला

पुलिस जांच में सामने आया कि हत्या की जड़ में पैसे का लेन-देन था। मृतक के सिर पर चोट के गंभीर निशान पाए गए थे, जिससे मामला संदिग्ध लगा। मृतक के पुत्र करन चौहान की शिकायत पर हल्द्वानी कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।

CCTV और मुखबिरों की मदद से पकड़े गए हत्यारे

पुलिस ने घटनास्थल के आस-पास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले और मुखबिरों को भी सक्रिय किया। 16 जून को पुलिस को बड़ी सफलता मिली और तीनों आरोपियों को जूतियालखत्ता टांडा जंगल, गुलरभोज रोड, नादिया धाम मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार आरोपी और मुख्य साजिशकर्ता

  1. बालम सिंह बिष्ट, निवासी वार्ड 37, बिठौरिया-02, हरिपुर सील, मुखानी, हल्द्वानी (मुख्य साजिशकर्ता)
  2. हरीश सिंह नेगी, निवासी सालम कॉलोनी, पनियाली, मुखानी, नैनीताल
  3. उमेश सिंह बोरा उर्फ अनिया, निवासी बजूनिया हल्दू, कठघरिया, थाना मुखानी, नैनीताल

कैसे रची गई हत्या की साजिश

मुख्य आरोपी बालम सिंह का मृतक भोगेंद्र के साथ पैसों को लेकर विवाद था। पैसों की देनदारी से बचने के लिए उसने अन्य दो आरोपियों को पैसों का लालच देकर हत्या में शामिल कर लिया। भोगेंद्र को धोखे से पैसे देने के बहाने टांडा जंगल बुलाया गया, जहां उसके सिर पर डंडे से वार कर उसकी हत्या कर दी गई।

पुलिस ने कहा कि मामले में आगे की पूछताछ जारी है और सभी आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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