ईरान के मिसाइल हमलों के जवाब में इजरायल ने दी तीखी प्रतिक्रिया, एयर डिफेंस सिस्टम ने 75% मिसाइलें रोकीं
नई दिल्ली: इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने ईरान को सख्त चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर तेहरान की ओर से मिसाइल हमले जारी रहते हैं, तो “तेहरान को जला दिया जाएगा।” यह बयान तब आया जब ईरान ने इजरायल पर एक बार फिर बैलिस्टिक मिसाइलों और ड्रोन से हमला किया।
एक उच्च स्तरीय बैठक के दौरान, जिसमें इजरायली सेना प्रमुख एयाल जामीर, खुफिया एजेंसी मोसाद के प्रमुख डेविड बारनेआ और अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी शामिल थे, काट्ज ने कहा कि ईरान की आक्रामकता का गंभीर अंजाम भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि ईरानी तानाशाह अपने नागरिकों को बंधक बनाकर उन्हें खतरे में डाल रहे हैं और यदि यह सिलसिला जारी रहा, तो इसका सबसे बड़ा खामियाजा तेहरान को भुगतना पड़ेगा।
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) के अनुसार, ईरान ने बीती रात से अब तक लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिनमें से 75% को इजरायली एयर डिफेंस सिस्टम ने इंटरसेप्ट कर लिया। हालांकि, शेष मिसाइलें खुली जगहों और कुछ रिहायशी इलाकों में गिरीं, जिससे तेल अवीव, रमात गन और रिशोन लेजिओन में नुकसान हुआ। इन हमलों में तीन नागरिकों की मौत हो गई और करीब 70 लोग घायल हुए हैं।
इसके अलावा, ईरान ने 100 से अधिक ड्रोन भी भेजे, जिनमें से अधिकतर को इजरायली वायुसेना और नौसेना ने मार गिराया। इजरायली सेना का कहना है कि अब उन्होंने तेहरान तक की वायु सीमा में पहुंच बना ली है। वायुसेना प्रमुख टॉमर बार ने कहा कि इजरायली लड़ाकू विमानों ने ईरान के वायु रक्षा सिस्टम पर हमला किया है, जिससे भविष्य में वहां और अधिक ऑपरेशन करने की राह आसान हो गई है।
टॉमर बार ने बताया कि इजरायली वायुसेना ने एक ही दिन में सैकड़ों लक्ष्यों को निशाना बनाया, जिनमें दर्जनों एयर डिफेंस सिस्टम शामिल थे। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन रणनीतिक रूप से अत्यंत अहम है, और अब इजरायल 1,500 किलोमीटर दूर तक सीधे सैन्य कार्रवाई करने में सक्षम है।
इस पूरी स्थिति ने मध्य पूर्व में बड़े पैमाने पर संघर्ष की आशंका को और गहरा कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस टकराव को रोकने की अपील कर रहा है, लेकिन इजरायल और ईरान दोनों पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहे।