अंब (ऊना): संत शिरोमणि कबीर दास जी के प्रकट दिवस पर ऊना जिले के अंब में हिमाचल प्रदेश कबीर पंथी समाज सुधार सभा द्वारा एक भव्य धार्मिक-सांस्कृतिक समारोह आयोजित किया गया। इसमें हिमाचल प्रदेश राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष कुलदीप कुमार धीमान ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। उन्होंने दीप प्रज्वलन कर संत कबीर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और श्रद्धांजलि अर्पित की।
कबीर जी केवल संत नहीं, बल्कि एक जागरूक विचारधारा हैं
समारोह को संबोधित करते हुए कुलदीप धीमान ने कहा कि संत कबीर केवल एक संत नहीं थे, बल्कि एक जागरूक विचारधारा के रूप में समाज को मार्गदर्शन देते रहे। उन्होंने जात-पात, छुआछूत और भेदभाव से ऊपर उठकर मानवता की सीख दी, जो आज भी उतनी ही प्रासंगिक है।
उन्होंने कहा कि संत कबीर की वाणी में वह शक्ति है जो समाज की बुराइयों को चुनौती देती है और सामाजिक समानता की दिशा में प्रेरणा देती है। खासतौर पर युवाओं को उनकी शिक्षाओं से जुड़ना चाहिए, जिससे वे एक समतामूलक और सद्भावनापूर्ण समाज की दिशा में सक्रिय भूमिका निभा सकें।
सामूहिक सत्संग और श्रद्धालुओं की सहभागिता
कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं और ग्रामीण महिलाओं ने सामूहिक सत्संग व प्रसाद वितरण में भाग लिया। इस आयोजन के लिए कुलदीप धीमान ने कबीर पंथी समाज सुधार सभा के प्रयासों की सराहना की और इसे सामाजिक एकता की दिशा में एक सराहनीय पहल बताया।
समाज की समस्याओं को लेकर ज्ञापन सौंपा गया
समारोह के दौरान सभा के प्रतिनिधियों ने अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें समाज की विभिन्न समस्याओं और मांगों को रखा गया।
अन्य गणमान्य व्यक्ति भी रहे उपस्थित
इस अवसर पर पूर्व विधायक गणेश दत्त भरवाल, जिला परिषद सदस्य सतीश शर्मा, तहसीलदार अंब नरेश पटियाल, प्रदेश कबीर पंथी समाज सुधार सभा के प्रधान मस्तराम, जिला प्रधान सुरेश मियां, सचिव देवराज शांडिल सहित प्रदेश के नौ जिलों से आए कबीर पंथी प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।