मन का प्रदूषण समाप्त होगा, तब बाहरी पर्यावरण स्वतः स्वच्छ होगा: साध्वी कालिंदी भारती


सिरसा (सतीश बंसल): सिरसा में दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा आयोजित श्री मद्भागवत कथा साप्ताहिक ज्ञान यज्ञ में साध्वी कालिंदी भारती ने पर्यावरण असंतुलन और प्रदूषण के बढ़ते संकट पर गंभीर विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि समाज मानव मन की अभिव्यक्ति है और जब मानव संतों के आदर्शों का परित्याग करके भोग वासना की ओर बढ़ता है, तो समाज रूपी यमुना विषाक्त हो जाती है।

साध्वी कालिंदी भारती ने बताया कि मन के प्रदूषण को समाप्त किए बिना बाहरी पर्यावरण को स्वच्छ करना संभव नहीं है। इसके लिए ब्रह्मज्ञान और मानसिक शुद्धि आवश्यक है। उन्होंने चेताया कि लालसा और अत्यधिक भोग बढ़ने से प्रकृति का दोहन होगा, जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवन कठिन होगा।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में पर्यावरण में बढ़ रहा प्रदूषण और ग्लोबल वार्मिंग पृथ्वी के अस्तित्व के लिए खतरा बन गए हैं। औद्योगिकीकरण और प्राकृतिक साधनों के शोषण के कारण नदियां और भूमि प्रदूषित हो रही हैं। ओजोन परत में छिद्र और प्रदूषण के कारण मानव स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। साध्वी ने आगाह किया कि यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो मानव स्वयं अपने भविष्य के लिए जिम्मेदार होगा।

कथा में पर्यावरण जागरूकता के लिए विशेष स्टाल लगाया गया और भक्तों को पौधे वितरित किए गए। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने सामाजिक बुराइयों और समस्याओं पर विश्लेषणात्मक विचार प्रस्तुत किए। कथा में भगवान कृष्ण की लीलाओं और मधुर संकीर्तन के माध्यम से भक्त मंत्रमुग्ध होकर कथा सुनते रहे।

कथा के आरंभ में भागवत पूजन हुआ, जिसमें मुख्य यजमान सुनील बंसल, लक्की गुप्ता परिवार, एडवोकेट संजय गोयल, अश्वनी बांसल, रवि सिंगला और वीरभान गर्ग के परिवार ने पूजन कराया। विशेष अतिथि के रूप में बाबा हरिनाम दास महंत डेरा बाबा भूमन शाह मल्लेवाला, जसवंत सिंह कारागार अधीक्षक सिरसा, नगर पालिका अध्यक्ष शांति स्वरूप, महेश सुरेखा, बलजीत कुलरिया, डॉ. सुदर्शन बत्रा, डॉ. श्याम मेहता, पाल सिंह और जगदीश खट्टर मौजूद रहे।


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