हिमाचल की दोहरी समस्या: मंडी में एंटी नारकोटिक्स टीम ने वॉल्वो बस से 1 किलो चरस पकड़ी; वहीं चम्बा के ग्रामीण HRTC बस सेवा बंद होने से पैदल सफर को मजबूर


मंडी/चंबा: हिमाचल प्रदेश से आज दो अलग-अलग खबरें सामने आई हैं, जहाँ एक ओर मंडी पुलिस की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) ने नशे के कारोबारियों के खिलाफ बड़ी कामयाबी हासिल की है, वहीं दूसरी ओर चम्बा जिले के ग्रामीण एचआरटीसी (HRTC) बस सेवा के अनियमित होने से भारी परेशानी झेल रहे हैं।

मंडी के सुंदरनगर थाना क्षेत्र के तहत नैशनल हाईवे पर जड़ोल में नाकाबंदी के दौरान एएनटीएफ की टीम ने एक वॉल्वो बस से 1.057 किलोग्राम चरस बरामद की है। मंडी की पुलिस अधीक्षक साक्षी वर्मा ने पुष्टि करते हुए बताया कि तलाशी के दौरान बस के अंदर से यह खेप मिली, हालाँकि किसी भी यात्री ने इस पर अपना दावा नहीं किया, जिससे आशंका है कि पुलिस की मुस्तैदी देख तस्कर ने चरस को लावारिस छोड़ दिया होगा। पुलिस ने चरस जब्त कर अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है और तस्कर की पहचान के लिए गहनता से छानबीन कर रही है।

वहीं, चम्बा शहर से लगती साच पंचायत के लिए चलाई जाने वाली सांयकालीन एच.आर.टी.सी. की बस को रोजाना रूट पर नहीं भेजा जा रहा है। 15 साल पुराने इस रूट पर नियमित बस सेवा न होने के कारण साच, गुंगाह, कफलौगा, किहाल सहित कई गाँवों के लोगों और विशेषकर स्कूल-कॉलेज के विद्यार्थियों को डेढ़ से दो घंटे तक का पैदल सफर तय करना पड़ रहा है, जिससे उनकी पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों को गंतव्य तक पहुँचने के लिए निजी टैक्सी में 500 रुपये तक का महंगा किराया देना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों ने नियमित बस सेवा बहाल करने की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि सेवा शुरू नहीं हुई तो वे बस स्टैंड पर धरना-प्रदर्शन करेंगे। उधर, डी.डी.एम. चम्बा शुगल सिंह ने बसों की कमी को रूट प्रभावित होने का कारण बताया है और आश्वासन दिया है कि कमी पूरी होते ही साच रूट पर बस को चलाया जाएगा।



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