बहादुरगढ़ विधायक ने किया नूना माजरा हेल्थ क्लिनिक का निरीक्षण, 13 में से 5 डॉक्टर गैरहाजिर

 


बहादुरगढ़: निर्दलीय विधायक राजेश जून ने नूना माजरा गांव स्थित प्राइमरी हेल्थ क्लिनिक का औचक निरीक्षण किया, जिसमें 13 में से 5 डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ गैरहाजिर पाए गए। इस पर विधायक ने गैरहाजिर कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए सरकार को पत्र लिखने की बात कही है। साथ ही, उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री आरती राव से भी इन कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।  


16 साल में किसी मरीज को भर्ती नहीं किया गया  

विधायक का कहना है कि 2009 में कई करोड़ रुपए की लागत से बनाए गए इस क्लिनिक में आधुनिक मशीनें उपलब्ध हैं, लेकिन 16 साल के दौरान किसी भी मरीज को भर्ती कर इलाज नहीं किया गया है।  


मरीजों को झेलनी पड़ती हैं परेशानियां  

ग्रामीणों का आरोप है कि जब वे इलाज के लिए क्लिनिक पहुंचते हैं, तो डॉक्टर और स्टाफ की गैरमौजूदगी के कारण उन्हें शहर की ओर रुख करना पड़ता है। जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र जैसे आवश्यक कार्यों के लिए भी कई चक्कर लगाने पड़ते हैं।  


जिम्मेदार अधिकारी भी लापता  

विधायक ने बताया कि पीएचसी की प्रभारी महिला डॉक्टर भी गैरहाजिर पाई गईं। इसके अलावा, सीएमओ ऑफिस द्वारा 2 महीने पहले नियुक्त स्पेशलिस्ट डॉक्टर ने एक बार भी ड्यूटी जॉइन नहीं की है। चार कर्मचारी बिना किसी सूचना या आवेदन के अनुपस्थित रहे, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।  विधायक ने कहा कि वह इस मामले को सरकार के संज्ञान में लाएंगे और जनता की समस्याओं को देखते हुए सख्त कदम उठाने की मांग करेंगे।

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