मणिपुर: मणिपुर के चुराचांदपुर जिले में हमार और जोमी समुदायों के बीच झंडा फहराने को लेकर विवाद हो गया, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने जिले में कर्फ्यू लागू कर दिया।
रविवार को शुरू हुई झड़पों के बाद स्थिति शांत हो गई थी, लेकिन मंगलवार की रात कुछ लोगों द्वारा जोमी उग्रवादी संगठन का झंडा हटाने की कोशिश के बाद फिर से तनाव बढ़ गया। इसके जवाब में जोमी छात्र संघ ने जिले में बंद का आह्वान किया, जिससे बाजार, शैक्षणिक संस्थान और परिवहन सेवाएं प्रभावित रहीं।
हिंसा की जड़ें रविवार को हुई एक घटना में हैं, जब हमार इनपुई के महासचिव रिचर्ड हमार पर जोमी समुदाय के कुछ लोगों ने हमला कर दिया। इस घटना के बाद दोनों समुदायों के बीच झड़पें शुरू हो गईं। मामले को शांत करने के लिए दोनों पक्षों में समझौता हुआ, जिसके तहत हमलावर के परिवार ने रिचर्ड हमार के इलाज के लिए 2 लाख रुपये देने और शांति भोज आयोजित करने पर सहमति जताई।
मणिपुर में पिछले साल मई से जारी जातीय हिंसा में अब तक 250 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं। हालात बिगड़ने के बाद केंद्र सरकार ने फरवरी में राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया था।
इस बीच, चुराचांदपुर जिले के 12 से अधिक कुकी-जोमी और हमार संगठनों ने शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने आपसी विवादों को बातचीत के जरिये सुलझाने और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने का संकल्प लिया है।