नई दिल्ली: आज गुरुवार को संसद के मानसून सत्र का नौवां दिन है और संभावना जताई जा रही है कि बिहार वोटर वेरिफिकेशन मामले को लेकर विपक्ष एक बार फिर सदन में जोरदार हंगामा कर सकता है। विपक्षी दल पहले ही यह मांग कर चुके हैं कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद इस संवेदनशील मुद्दे पर संसद में चर्चा होनी चाहिए। इसी मुद्दे को लेकर सोमवार को लोकसभा में भारी शोर-शराबा हुआ था।
इससे पहले संसद के दोनों सदनों में 28 से 30 जुलाई तक लगातार तीन दिनों तक पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर विस्तार से चर्चा हुई थी। अब विपक्ष की नजर बिहार वोटर डेटा वेरिफिकेशन विवाद पर है, जिसे लेकर सरकार से जवाब मांगा जा रहा है।
21 जुलाई से शुरू हुआ मानसून सत्र 21 अगस्त तक चलेगा, जिसमें कुल 32 दिनों में 18 बैठकें निर्धारित हैं। इस सत्र के दौरान केंद्र सरकार 8 नए विधेयक पेश करने जा रही है, जबकि 7 लंबित विधेयकों पर चर्चा की जाएगी। इन विधेयकों में मणिपुर जीएसटी संशोधन विधेयक 2025, आयकर संशोधन विधेयक और राष्ट्रीय खेल प्रशासन विधेयक जैसे अहम प्रस्ताव शामिल हैं।
स्वतंत्रता दिवस समारोह के चलते 13 और 14 अगस्त को संसद की कार्यवाही स्थगित रहेगी। इस पूरे सत्र के दौरान विपक्ष सरकार को विभिन्न मुद्दों पर घेरने की रणनीति बना रहा है, वहीं सरकार की कोशिश रहेगी कि वो अपने विधायी एजेंडे को बिना रुकावट के आगे बढ़ा सके।
बिहार वोटर वेरिफिकेशन विवाद को लेकर संसद का माहौल एक बार फिर गरमाने के आसार हैं। अब देखना यह होगा कि क्या सरकार इस पर चर्चा को तैयार होती है या विपक्ष का विरोध और तीखा होता है।