नई दिल्ली: कतर की राजधानी दोहा में 50 मुस्लिम देशों के नेता इजरायल के खिलाफ रणनीति बनाने के लिए बैठक कर रहे हैं, लेकिन इसी बीच गाजा पट्टी में इजरायली हमलों से हाहाकार मचा हुआ है। जमीनी हमले की चेतावनी के बीच बीती रात करीब 20,000 से ज्यादा खौफजदा फिलिस्तीनियों ने बिस्तर और जरूरी सामान बांधकर गाजा से पलायन कर लिया। ताज़ा हमलों में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है।
इजरायल ने गाजा बॉर्डर पर अपने सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है और किसी भी वक्त जमीनी कार्रवाई शुरू होने की आशंका है। हालात इतने भयावह हैं कि लोग पैदल, गाड़ियों और अन्य साधनों से सुरक्षित जगह की तलाश में भाग रहे हैं। संकट और इसलिए गहराता दिख रहा है क्योंकि निकट भविष्य में हमास और इजरायल के बीच संघर्ष विराम की कोई संभावना नहीं दिख रही।
दोहा में चल रही बैठक में मुस्लिम देश इजरायल के खिलाफ प्रस्ताव लाने और एकजुटता दिखाने की कोशिश में हैं। लेकिन इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का कहना है कि वह गाजा में सक्रिय एक-एक आतंकवादी को खत्म करेंगे। इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो की इजरायल यात्रा और नेतन्याहू के साथ तीन घंटे लंबी बैठक ने मुस्लिम देशों की चिंता और बढ़ा दी है।
गौरतलब है कि इजरायल ने हाल ही में उत्तरी गाजा के 10 लाख से ज्यादा फिलिस्तीनियों को दक्षिण की ओर जाने की चेतावनी दी थी। लाखों लोग पहले ही पलायन कर चुके हैं, लेकिन डर का आलम यह है कि कोई भी जगह सुरक्षित नहीं मानी जा रही। वहीं, इजरायल ने अपेक्षाकृत शांत माने जाने वाले वेस्ट बैंक के तुबास और नाबलुस जैसे इलाकों में भी हमले तेज कर दिए हैं, जिससे तनाव और गहरा गया है।