एचपीपीसीएल चीफ इंजीनियर विमल नेगी मौत मामले में सीबीआई ने की पहली गिरफ्तारी



शिमला: हिमाचल प्रदेश पावर कार्पोरेशन लिमिटेड (एचपीपीसीएल) के दिवंगत चीफ इंजीनियर विमल नेगी की रहस्यमयी मौत के मामले में सीबीआई ने रविवार को पहली गिरफ्तारी की है। 10 मार्च से लापता हुए नेगी मामले की जांच के लगभग 6 माह बाद निलंबित एसआई पंकज शर्मा को बिलासपुर के घुमारवीं से गिरफ्तार किया गया। आरोपी को सीबीआई अदालत में पेश कर रिमांड लिया जाएगा और इस दौरान उससे कड़ी पूछताछ की जाएगी। इससे पहले सीबीआई ने पंकज शर्मा के घर पर छापेमारी कर महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए थे, जिन्हें अहम सबूत माना जा रहा है।

पंकज शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने विमल नेगी की जेब से पेन ड्राइव निकाली और बाद में बिलासपुर जाकर नेगी का लैपटॉप कब्जे में लेकर उसका डाटा डिलीट किया। सीबीआई ने कई दौर की पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया। गौरतलब है कि पंकज शर्मा जांच टीम का हिस्सा नहीं थे, लेकिन घटना के समय सबसे पहले मौके पर मौजूद रहे थे। उन पर साक्ष्य छिपाने और नष्ट करने का आरोप है।

विमल नेगी की रहस्यमयी मौत की पूरी कहानी कुछ इस प्रकार है: 10 मार्च को नेगी शिमला से अचानक लापता हो गए थे। 18 मार्च को उनका शव बिलासपुर की गोबिंदसागर झील के किनारे मिला। इस मौत पर सवाल उठे और परिजनों ने उच्च अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया। पत्नी किरण नेगी ने मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी, जिसे हाईकोर्ट ने मानते हुए मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। जांच का दायरा पावर कॉर्पोरेशन के तत्कालीन अधिकारियों और कर्मचारियों तक फैला हुआ है। इस मामले में पहले ही तत्कालीन एमडी हरिकेश मीणा और निदेशक देशराज जमानत पर हैं।

सीबीआई ने विमल नेगी की पत्नी किरण नेगी और उनके भाई सुरेंद्र नेगी के बयान दर्ज किए हैं। मामले में बीएनएस की धारा 108 और 3(5) के तहत केस दर्ज किया गया है। धारा 108 आत्महत्या के लिए उकसाने से संबंधित है। जांच के दौरान राज्य सरकार ने निलंबित निदेशक देशराज को बहाल कर हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड में उनके पुराने पद चीफ इंजीनियर पर नियुक्त किया।

विमल नेगी मौत मामले की जांच को लेकर प्रशासनिक और पुलिस तंत्र में भी हलचल मची थी। अनुशासनहीनता और लापरवाही के आधार पर राज्य सरकार ने तीन अधिकारियों को अवकाश पर जाने के लिए कहा था: अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा, तत्कालीन प्रदेश पुलिस महानिदेशक डा. अतुल वर्मा और एसएसपी शिमला संजीव गांधी। पुलिस महकमे में भी तत्काल प्रभाव से बदलाव किए गए थे। विजीलैंस डीजीपी अशोक तिवारी को पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया और सोलन के एसपी गौरव सिंह को शिमला एसपी का अतिरिक्त कार्यभार दिया गया। बाद में अवकाश के बाद अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा और एसएसपी शिमला संजीव गांधी ने अपनी ड्यूटी ज्वाइन कर ली।

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