नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही एक बड़ी व्यापारिक डील होने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार, अमेरिकी अधिकारी सोमवार रात भारत पहुंचेंगे और मंगलवार को दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण वार्ता होगी।
हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि टैरिफ वॉर को लेकर बातचीत किस हद तक आगे बढ़ी है। भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि किसानों के हितों से कोई समझौता नहीं होगा। वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत से बेहतर संबंधों का हवाला दे रहे हैं। जानकारी के अनुसार, यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका ने भारत पर 50 फीसदी शुल्क लगाया हुआ है और रूस से तेल खरीदने को लेकर लगातार दबाव बना रहा है। इसके बावजूद भारत ने अपना रुख स्पष्ट किया है कि वह राष्ट्रीय और कृषि हितों से पीछे नहीं हटेगा।
हाल ही में भारत और अमेरिका के बीच कूटनीतिक मुलाकातों का सिलसिला भी चला। दो दिन पहले अमेरिका में भारत के राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने प्रमुख अमेरिकी सांसदों से मुलाकात की थी। उन्होंने प्रतिनिधि सभा के सदस्य जेम्स मोयलान समेत कई नेताओं से व्यापारिक साझेदारी और ऊर्जा सहयोग पर चर्चा की। क्वात्रा ने सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि बातचीत के दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आपसी हितों और यूक्रेन संकट के समाधान के लिए कूटनीतिक प्रयासों पर भी विचार साझा किए गए।
रूस से तेल निर्यात और भारतीय वस्तुओं पर अतिरिक्त टैरिफ को लेकर अमेरिकी प्रशासन की नाराजगी ने द्विपक्षीय संबंधों में तनाव पैदा किया है। ऐसे में मंगलवार को होने वाली भारत-अमेरिका बैठक को दोनों देशों के रिश्तों में नया मोड़ देने वाली माना जा रहा है।