नई दिल्ली: अमेरिका में लोकप्रिय सोशल मीडिया ऐप TikTok पर संभावित बैन को लेकर जारी अनिश्चितता अब खत्म होती नजर आ रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि TikTok पर प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा, क्योंकि अमेरिका और चीन के बीच समझौते की दिशा में सकारात्मक बातचीत हुई है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया कि वह शुक्रवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर बातचीत करेंगे और TikTok विवाद से जुड़े समझौते को अंतिम रूप देंगे। यह बातचीत मुख्य रूप से टिकटॉक के स्वामित्व, डेटा सुरक्षा और तकनीकी नियंत्रण से संबंधित मुद्दों पर केंद्रित होगी।
TikTok, जो कि चीनी कंपनी ByteDance के स्वामित्व में है, लंबे समय से अमेरिका में डेटा सुरक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा के सवालों को लेकर विवादों में रहा है। अमेरिकी प्रशासन को आशंका है कि TikTok यूज़र्स का डेटा चीनी सरकार के साथ साझा कर सकता है। इसी आधार पर अमेरिका में इसके बैन की चर्चा तेज हो गई थी।
अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेन्ट ने स्पेन की राजधानी मैड्रिड में जानकारी दी कि समझौते की रूपरेखा तैयार कर ली गई है और राष्ट्रपति ट्रंप इस पर शी जिनपिंग से शुक्रवार को बात करेंगे। CNN की रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआती बातचीत सकारात्मक रही है और TikTok को लेकर अंतिम फैसला इसी बातचीत में लिया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार, इस समझौते के तहत TikTok को अमेरिका में स्वतंत्र रूप से संचालन की अनुमति मिल सकती है, लेकिन कड़े नियम लागू होंगे। इसमें अमेरिकी यूज़र्स का डेटा केवल अमेरिका में ही स्टोर करना होगा और ByteDance को एक अमेरिकी पार्टनर चुनने की अनुमति दी जाएगी, जो स्थानीय संचालन में मदद करेगा।
यह समझौता दोनों देशों के लिए अहम माना जा रहा है। अमेरिका में TikTok के 15 करोड़ से ज्यादा एक्टिव यूज़र्स हैं, जिनमें ज्यादातर युवा शामिल हैं। ऐसे में बैन करना राजनीतिक रूप से भी संवेदनशील कदम होता। वहीं, चीन के लिए यह मामला उसकी तकनीकी कंपनियों की वैश्विक साख से जुड़ा है।