उत्तर कोरिया: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन दुनिया की सबसे ताकतवर सेना बनाने के साथ-साथ लगातार परमाणु हथियारों का जखीरा भी तैयार कर रहे हैं। उत्तर कोरिया में 1948 में इसकी स्थापना से लेकर अब तक किम परिवार का ही शासन रहा है।
उत्तर कोरिया का उदय और कोरियाई युद्ध
विभाजन और स्थापना: दूसरे विश्व युद्ध में जापान के आत्मसमर्पण के बाद 1948 में कोरिया का विभाजन हुआ, जिसके बाद सोवियत संघ (उत्तर) और संयुक्त राज्य अमेरिका (दक्षिण) ने अलग-अलग क्षेत्रों पर कब्ज़ा कर लिया।
उत्तर कोरिया की स्थापना: किम इल-सुंग ने 9 सितंबर 1948 को सोवियत संघ के समर्थन से प्योंगयांग को राजधानी बनाकर डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (DPRK) की स्थापना की।
कोरियाई युद्ध (1950-1953): 1950 में उत्तर कोरिया ने पूरे प्रायद्वीप को कम्युनिस्ट शासन के तहत एक करने के लिए दक्षिण कोरिया पर हमला किया, जिसने कोरियाई युद्ध का रूप ले लिया। 1953 में दोनों देशों के बीच युद्धविराम तो हुआ, लेकिन किसी तरह की संधि पर हस्ताक्षर नहीं हुआ।
किम परिवार का शासन और परमाणु विकास
किम जोंग उन का उदय: किम जोंग इल की हार्ट अटैक से मृत्यु होने के कारण 2012 में सत्ता किम जोंग उन के हाथों में आई। तब से लेकर आज तक किम जोंग उन ही उत्तर कोरिया के शासक बने हुए हैं, और वह अपने पिता के नक्शेकदम पर चलकर देश की परमाणु हथियारों की ताकत बढ़ा रहे हैं।
सैन्य ताकत:आज की तस्वीर में उत्तर कोरिया के पास ताकतवर हथियार के साथ-साथ 10 लाख सैनिकों की सेना की क्षमता है।
उत्तर कोरिया के पास दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सेना है।
परमाणु हथियार कार्यक्रम: 2005 में उत्तर कोरिया ने दुनिया को बताया कि उसके पास परमाणु हथियार हैं।2006 में उसने अपना पहला परमाणु हथियार का परीक्षण किया। 2009 में उसने दूसरा परमाणु परीक्षण किया।
उत्तर कोरिया में आम लोग गरीबी की जिंदगी जीने को मजबूर हैं, लेकिन किम की सरकार अरबों रुपए खर्च करके लगातार परमाणु हथियार विकसित कर रही है।
किम जोंग उन की सरकार पर कई तरह के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन वह किसी का जवाब नहीं देते हैं और परमाणु हथियार का विकास समानांतर गति से आगे बढ़ रहा है।