अंबाला: हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई. पूरन कुमार आत्महत्या मामले की जाँच अब तेज हो गई है। फाइनल नोट में दर्ज किए गए नामों के आधार पर विशेष जाँच दल (SIT) सभी अधिकारियों के बयान तेजी से दर्ज कर रहा है। शुक्रवार को आईपीएस संजय कुमार और आईपीएस अमिताभ ढिल्लों पुलिस मुख्यालय पहुँचे, जहाँ एसआईटी ने उनके बयान लिए।
इससे पहले भी एसआईटी कई वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ कर चुकी है, जिनमें हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी का नाम भी शामिल है। एसआईटी ने सचिवालय जाकर उनसे मुलाकात की और दस्तावेजों के आधार पर कई महत्वपूर्ण सवाल पूछे। इस घटना को दो महीने से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन एसआईटी अभी तक अदालत में चार्जशीट दाखिल नहीं कर पाई है। सोमवार को एसआईटी ने कोर्ट में पेश होकर देरी के कारणों का विस्तृत ब्यौरा दिया था।
अब तक विभागीय कर्मचारी, तकनीकी स्टाफ और स्वतंत्र गवाहों सहित 40 लोगों से पूछताछ कर बयान दर्ज किए जा चुके हैं। कोर्ट में जानकारी देने के बाद एसआईटी ने जाँच की रफ्तार बढ़ा दी है। टीम के कुछ सदस्य रोहतक और चंडीगढ़ में रहकर मामले की जाँच को आगे बढ़ा रहे हैं, और एसआईटी जल्द ही दोबारा अदालत में पेश होकर जाँच की प्रगति रिपोर्ट सौंपेगी। उल्लेखनीय है कि 7 अक्तूबर की सुबह वाई. पूरन कुमार ने अपने आवास में सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली थी। मौके से बरामद फाइनल नोट में 15 अधिकारियों के नाम दर्ज थे, जिन पर उन्होंने उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे। एसआईटी ने इन सभी को नोटिस जारी कर तलब किया है और लगातार बयान दर्ज किए जा रहे हैं।