हिमाचल में मौसम का दोहरा मिजाज: लाहौल-स्पीति में पारा माइनस 5.9°C, जबकि सोलन में 24.5°C दर्ज; 14 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ से बर्फबारी का अलर्ट

 


शिमला: हिमाचल प्रदेश में इन दिनों मौसम का अजब दोहरा मिजाज देखने को मिल रहा है। जहाँ एक तरफ लाहौल-स्पीति जैसे ऊँचे क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड और शीतलहर ने आम जनजीवन को पूरी तरह से थाम दिया है, वहीं निचले और मध्य पर्वतीय इलाकों में तापमान सामान्य से ऊपर चल रहा है, जिससे लोगों को फिलहाल ठंड से कुछ राहत मिली हुई है।

पहाड़ों पर ठंडी हवाओं के जोर के कारण प्रदेश के कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चला गया है। ताबो, कुकुमसेरी और केलांग जैसे इलाकों में पारा जमने लगा है। कुकुमसेरी राज्य का सबसे ठंडा स्थान रहा, जहाँ न्यूनतम तापमान माइनस 5.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चौंकाने वाली बात यह है कि राज्य के 13 शहरों में न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे और 8 स्थानों पर 3 डिग्री के निशान से भी नीचे लुढ़क गया है। इस बीच, मैदानी इलाकों और घाटियों में लोगों ने राहत की साँस ली। शिमला में हल्के बादल छाए रहे, जबकि कुल्लू और मनाली में खिली तेज धूप ने दोपहर में तापमान को 22 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचाया। सोलन ने तो अधिकतम तापमान का रिकॉर्ड बनाया, जो 24.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया। हालांकि, सुबह के समय बिलासपुर और मंडी में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम विज्ञान केंद्र, शिमला के अनुसार, अगले 24 घंटों में भी प्रदेश में मौसम साफ बने रहने की उम्मीद है, लेकिन 14 दिसंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसका असर मुख्यतः लाहौल-स्पीति, कुल्लू और काँगड़ा के ऊँचाई वाले क्षेत्रों तक ही सीमित रहेगा, जहाँ हल्की बर्फबारी होने की संभावना है। वैज्ञानिकों ने बताया कि प्रदेश में लंबे समय से चला आ रहा 'ड्राई स्पेल' (शुष्क मौसम) अभी भी जारी है, और निचले इलाकों में 18 दिसंबर तक मौसम शुष्क बना रहेगा।



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